helpforallfoundation01@gmail.com +919424289989 Rewa M.P. India

आंखो की सुरक्षा के लिए बच्चो को किया गया जागरूक

आंखो की सुरक्षा के लिए बच्चो को किया गया जागरूक

शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला जोरातरई में नेत्र प्रशिक्षण शिविर लगाया गया जिसमें स्कूल के बच्चो की जांच की गई जांच में चार बच्चो के नेत्र मे समस्या के अलावा सभी बच्चो के नेत्र सामान्य पाये गए आंख की जांच प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खल्लारी के नेत्र चिकित्सा अधिकारी डॉ टाकेश्वर सिन्हा ने बच्चो की आखों का चेकअप किया तथा आखों के रोग के बचाव के टिप्स दिए नेत्र परीक्षण के दौरान विद्यार्थियों को धूल मिट्टी सहित अन्य संक्रमण से बचाव के उपाय बताए
कार्यक्रम में डॉ सिन्हा ने कहा कि टीवी उचित दूरी से देखना चाहिए जिससे की उनकी आखों मे बुरा असर ना पड़ें
धूप मे निकलते समय चश्मा का इस्तमाल करे नेत्र की उचित देखभाल ना करने से नेत्र संबंधित कई तकलीफे हो सकती है जैसे दूर व निकट की दृष्टि कमजोर होना लालिमा आखों से पानी आना आखों का टेढापन कॉर्निया का सूखापन

साथ ही बच्चों के दांतों की जांच की गई जिसमें ज्यादातर बच्चों के दांतों में फ्लोरोसिस नामक बीमारी का असर देखा गया जिसमें उपचार एवं बचाव संबंधित समस्त जानकारी डॉ आराधना गोस्वामी ने दिए एवं जो बच्चे ज्यादा बीमारी से ग्रसित है उन्हें मेडीसीन किट उपलब्ध कराने हुए जानकारी दर्ज की गई।

नेत्र दान करना जीवन मे ज्योति डालने जैसा है

आभार प्रदर्शन शिक्षक प्रजापति ने कहा कि नेत्र प्रशिक्षण कार्यक्रम की जितनी प्रशंशा की जाय कम है क्योंकि दृष्टि बाधित छात्र छात्राओं को नेत्र ज्योति प्रदान करना उनके जीवन मे रोशनी डालने जैसा है जो बच्चे पढ़ने लिखने में अपने आप को अशहाय महसूस कर रहे है उनके आखों की जांच के बाद चश्मा उपलब्ध हो जाने से दुगनी उत्साह से पढ़ाई में रुचि लेंगे एवम् मन लगा कर पढ़ाई करेंगे इस आयोजन मे शिक्षक देवांगन डॉक्टर बीएल मिश्रा डॉक्टर आराधना शामिल हुए।

आंखो की सुरक्षा के लिए बच्चो को किया गया जागरूक

Join Group

शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला जोरातरई में नेत्र प्रशिक्षण शिविर लगाया गया जिसमें स्कूल के बच्चो की जांच की गई जांच में चार बच्चो के नेत्र मे समस्या के अलावा सभी बच्चो के नेत्र सामान्य पाये गए आंख की जांच प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खल्लारी के नेत्र सहायक अधिकारी डॉ टाकेश्वर सिन्हा ने बच्चो की आखों का चेकअप किया तथा आखों के रोग के बचाव के टिप्स दिए नेत्र परीक्षण के दौरान विद्यार्थियों को धूल मिट्टी सहित अन्य संक्रमण से बचाव के उपाय बताए
कार्यक्रम में डॉ सिन्हा ने कहा कि टीवी उचित दूरी से देखना चाहिए जिससे की उनकी आखों मे बुरा असर ना पड़ें

धूप मे निकलते समय चश्मा का इस्तमाल करे नेत्र की उचित देखभाल ना करने से नेत्र संबंधित कई तकलीफे हो सकती है जैसे दूर व निकट की दृष्टि कमजोर होना लालिमा आखों से पानी आना आखों का टेढापन कॉर्निया का सूखापन

साथ ही बच्चों के दांतों की जांच की गई जिसमें ज्यादातर बच्चों के दांतों में फ्लोरोसिस नामक बीमारी का असर देखा गया जिसमें उपचार एवं बचाव संबंधित समस्त जानकारी डॉ आराधना गोस्वामी ने दिए एवं जो बच्चे ज्यादा बीमारी से ग्रसित है उन्हें मेडीसीन किट उपलब्ध कराने हुए जानकारी दर्ज की गई।

नेत्र दान करना जीवन मे ज्योति डालने जैसा है

आभार प्रदर्शन शिक्षक प्रजापति ने कहा कि नेत्र प्रशिक्षण कार्यक्रम की जितनी प्रशंशा की जाय कम है क्योंकि दृष्टि बाधित छात्र छात्राओं को नेत्र ज्योति प्रदान करना उनके जीवन मे रोशनी डालने जैसा है जो बच्चे पढ़ने लिखने में अपने आप को अशहाय महसूस कर रहे है उनके आखों की जांच के बाद चश्मा उपलब्ध हो जाने से दुगनी उत्साह से पढ़ाई में रुचि लेंगे एवम् मन लगा कर पढ़ाई करेंगे इस आयोजन मे शिक्षक देवांगन डॉ बीएल मिश्रा डॉ आराधना डॉ टाकेश्वर सिन्हा, स्कूल के विद्यार्थी एवं शिक्षक तथा अन्य उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *